लखनऊ। कभी समाजवादी पार्टी (सपा) के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत आधार देने वाले शिवपाल सिंह यादव रविवार को यहां रमाबाई अंबेडकर मैदान में जनाक्रोश रैली के जरिये अपने दमखम का इजहार करेंगे।
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भतीजे अखिलेश यादव से अनबन के चलते सपा से दूरी बना चुके शिवपाल रैली के जरिये विरोधियों को ना सिर्फ अपनी ताकत का अहसास कराएंगे बल्कि अपने नए नवेले दल प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) को लोकसभा चुनाव के लिए तैयार करेंगे। शिवपाल की रैली को लेकर समर्थकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।
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रैली को ऐतिहासिक बनाने को लेकर पोस्टरों और बैनरों से लखनऊ के चौराहे पटे हुए हैं। यहां दिलचस्प है कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की तस्वीर को ज्यादातर बैनरों पोस्टरों पर जगह नहीं दी गई है जबकि शिवपाल अपनी लगभग हर सभा में मुलायम को पार्टी का सर्वेसर्वा बताने का दावा करते रहे हैं।
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पार्टी सूत्रों के मुताबिक जनाक्रोश रैली शिवपाल की नई पार्टी के लिए ना सिर्फ मील का पत्थर साबित होगी बल्कि उन ताकतों के लिए भी चेतावनी होगी जिन्होने पिछले डेढ़ साल के दौरान शिवपाल को हतोत्साहित करने में कोई कोरकसर नहीं छोड़ी। रैली में शिवपाल के बड़े भाई और सपा संरक्षक मुलायम के भाग लेने की संभावना अतिक्षीण है मगर राजनीतिक बिसात के धुरंधर मुलायम के बारे में अतिश्योक्ति से इंकार नहीं किया जा सकता।
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